किसान आंदोलन को लंबा लेजाने की बात गाजीपुर बॉर्डर पर भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत ने कही। राकेश टिकैत ने कहा आंदोलन को तेज व लंबा ले जाने के लिए हर गांव से एक ट्रैक्टर पर 15 लोग दस दिन के लिए धरने पर आए फिर वह गाव वापस चला जाए उसकी जगह दूसरे किसान आए इससे खेती भी चलेगी और आंदोलन भी चलता रहेगा दूसरी और टिकैत कह रहे है किसान यूनियन सरकार से बातचीत को तैयार है सरकार बात करने को तैयार नही सरकार का कहना है किसान जब चाहे बात करने को कह सकते है ,सरकार किसानो से हमेशा बात करने को तैयार है।
अभी तक किसान यूनियन की सरकार से कई मीटिंग हुई जिस का कोई भी नतीजा निकला किसानो की एक ही मांग तीनो किसान कानून रद्द किए जाए प्रधान मंत्री भी कह चुके है ' किसान उनसे सिर्फ एक फोन कॉल की दूरी पर हैं'।
किसान नेता राकेश टिकैत के तेवर कभी नर्म और कभी गर्म दिखाई देते है सरकार किसानो से बात भी करना चाहती है दूसरी ओर दिल्ली की किलेबंदी करके किसानो की कितनी परीक्षा लेगी। दिल्ली हिंसा लाल किले की घटना से लोगो का समर्थन कम हुआ तो दूसरी ओर सभी भा जा पा विरोधी पार्टिओ का समर्थन मिलना शुरू हो गया इससे किसान आंदोलन को ऊर्जा मिल रही है।