विश्व भारती विश्वविद्यालय के दीक्षांत समारोह में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए शामिल हुए दीक्षांत समारोह को संबोधित करते हुए गुरुदेव रबिंद्रनाथ टैगोर और विश्व भारती विश्वविद्यालय के महत्व को लेकर बात की। उन्होंने कहा कि आने वाले समय में विश्व भारती विश्वविद्यालय को देश के शिक्षा संस्थाओं का नेतृत्व करना चाहिए। इस दौरान उन्होंने बंगाल के महत्व पर भी बात की।
उन्होंने कहा कि मेरा आग्रह है, अगले 25 वर्षों के लिए विश्व भारती के विद्यार्थी मिलकर एक विजन डॉक्यूमेंट बनाएं। वर्ष 2047 में, जब भारत अपनी आजादी के 100 वर्ष का समारोह बनाएगा, तब तक विश्व भारती के 25 सबसे बड़े लक्ष्य क्या होंगे, ये इस विजन डॉक्यूमेंट में रखे जा सकते हैं।
पीएम मोदी ने कहा कि बंगाल ने अतीत में भारत के समृद्ध ज्ञान-विज्ञान को आगे बढ़ाने में देश को नेतृत्व दिया। उन्होंने कहा कि बंगाल, एक भारत, श्रेष्ठ भारत की प्रेरणा स्थली भी रहा है और कर्मस्थली भी रहा है।पीएम मोदी ने कहा कि हम इस वर्ष अपनी आजादी के 75वें वर्ष में प्रवेश कर रहे हैं।उन्होंने कहा कि विश्व भारती के प्रत्येक विद्यार्थी की तरफ से देश को सबसे बड़ा उपहार होगा कि भारत की छवि को और निखारने के लिए आप ज्यादा से ज्यादा लोगों को जागरूक करें।