संसद के बजट सत्र को दोनों चरणों में जमकर कामकाज हुआ है। इस दौरान राज्यसभा की उत्पादकता 90 फीसदी रही है जबकि लोकसभा में 114 फीसदी कामकाज हुआ है।
बजट सत्र के पहले चरण में राष्ट्रपति ने दोनों सदनों के संयु्क्त सत्र को संबोधित किया और 1 फरवरी को आम बजट पेश किया गया।
वहीं दूसरे चरण में बजट पारित करने की प्रकिया संपन्न हुई साथ ही अहम विधायी कामकाज भी आगे बढ़ाया गया। विधायी कामकाज के लिहाज से भी ये सत्र अहम रहा है। राज्यसभा से कुल 19 विधेयक पारित किये गये जबकि लोकसभा से 18 बिल पारित हुये है। जिन अहम विधेयकों को संसद के दोनो सदनों से मंजूरी मिली उनमें
- माध्यस्थम् और सुलह (संशोधन) विधेयक, 2021 - खान और खनिज (विकास और विनियमन) संशोधन विधेयक 2021
- संविधान (अनुसूचित जातियाँ) आदेश (संशोधन) विधेयक, 2021 - बीमा (संशोधन) विधेयक, 2021
- दिल्ली राष्ट्रीय राजधानी राज्य क्षेत्र शासन (संशोधन) विधेयक, 2021 - नौचालन के लिए सामुद्रिक सहायता विधेयक, 2021
- वित्त विधेयक, 2021 - राष्ट्रीय सहबद्ध और स्वास्थ्य देख- रेख वृत्ति आयोग विधेयक, 2021
- बुनियादी ढांचा परियोजनाओं के लिये राष्ट्रीय बैंक के गठन से जुड़ा बिल शामिल है।
संसद के दोनो सदनों में गुरूवार को सत्र के आखिरी दिन भी काफी कामकाज हुआ राज्यसभा में बुनियादी ढांचा परियोजनाओं के लिये राष्ट्रीय बैंक के गठन से जुड़ा बिल पारित किया गया।
लोकसभा में गुरूवार को प्रश्नकाल के दौरान कई अहम सवालों के जवाब दिये गये । केंन्द्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने बताया कि सरकार प्रदूषण को कम करने के लिए कई कदम उठा रही है। इसके लिये वैकल्पिक ईंधनों पर जोर दिया जा रहा है।
बजट सत्र के समापन के बाद अब सबकी नजरें आगामी म़ॉनसून सत्र पर रहेंगी। संसदीय कार्यमंत्री ने बताया है कि संसद का आगामी मानसून सत्र तय समय पर होगा । गौरतलब है कि मॉनसून सत्र के दौरान भी सरकार लंबे चौड़े विधायी ऐंजेडे पर आगे बढ़ने का प्रयास करेगी।
संसद के दोनो सदनो में गुरूवार को सत्र के आखिरी दिन भी काफी कामकाज हुआ राज्यसभा में बुनियादी ढांचा परियोजनाओं के लिये राष्ट्रीय बैंक के गठन से जुड़ा बिल पारित किया गया।
लोकसभा में गुरूवार को प्रश्नकाल के दौरान कई अहम सवालों के जबाब दिये गये । केंन्द्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने बताया कि सरकार प्रदूषण को कम करने के लिए कई कदम उठा रही है।इसके लिये वैकल्पिक ईंधनों पर जोर दिया जा रहा है।
बजट सत्र के समापन के बाद अब सबकी नजरें आगामी म़ॉनसून सत्र पर रहेंगी।संसदीय कार्यमंत्री ने बताया है कि संसद का आगामी मानसून सत्र तय समय पर होगा ।गौरतलब है कि मॉनसून सत्र के दौरान भी सरकार लंबे चौड़े विधायी ऐंजेडे पर आगे बढ़ने का प्रयास करेगी।