वर्तमान में, यह प्रति बैच 25 प्रतिशत है, लेकिन सूत्रों ने कहा कि इसे 50 प्रतिशत तक बढ़ाने का प्रस्ताव केंद्र सरकार को भेज दिया गया है।
अग्निपथ योजना में आने वाले दिनों में कुछ बदलाव देखने को मिल सकती है। सशस्त्र बल भविष्य में उत्पन्न होने वाली समस्याओं से निपटने के तरीकों पर विचार कर रहे हैं। सूत्रों ने बताया कि जिस प्रस्ताव पर काम किया जा रहा है, उसमें अग्निवीरों के स्थायी रूप से शामिल होने का प्रतिशत बढ़ाकर 50 प्रतिशत करना शामिल है। एक अन्य मुद्दा जिस पर गौर किया जा रहा है वह है विमानन, इंजीनियरिंग, इलेक्ट्रॉनिक्स और इसी तरह के ट्रेडों जैसी तकनीकी धाराओं के लिए योग्य उम्मीदवारों को शामिल करना है ।
वर्तमान में, यह प्रति बैच 25 प्रतिशत है, लेकिन सूत्रों ने कहा कि इसे 50 प्रतिशत तक बढ़ाने का प्रस्ताव केंद्र सरकार को भेज दिया गया है। सूत्रों के मुताबिक, इसके अलावा उम्र में छूट और ज्वाइनिंग की संख्या में बढ़ोतरी का भी सुझाव दिया गया है। एक सूत्र ने बताया कि यह सुझाव सामने रखा गया है और इस पर विचार होने की संभावना है क्योंकि यह समय की मांग है। जबकि हर साल बड़ी संख्या में कर्मचारी सेवानिवृत्त होते हैं, लेकिन शामिल होने की दर अनियमित रही है, खासकर कोविड-19 महामारी से प्रभावित वर्षों के दौरान। इस कदम का लक्ष्य आवश्यक संख्या को पूरा करना है। पहले, प्रति वर्ष सेवानिवृत्ति और उसके बाद की नियुक्तियों से इस अंतर को पाटने में मदद मिलती थी। जबकि प्रति वर्ष लगभग 60,000 कर्मियों की सेवानिवृत्ति होती है, ज्वाइनिंग प्रभावित हुई है। खबर यह भी है कि सेना अग्निवीरों की भर्ती में टेक्निकल भर्ती की अधिकतम उम्र 21 साल से बढ़ाकर 23 साल करने पर भी विचार कर रही है ।