प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने गुजरात की राजधानी गांधीनगर में डिफेंस एक्सपो के 12वें संस्करण की शुरुआत की | यह भारत की अब तक की सबसे बड़ी रक्षा प्रदर्शनी है। 12वें डिफेंस एक्सपो की थीम ‘पाथ टू प्राइड’ (Path to Pride) है | इस अवसर पर रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और गुजरात के मुख्यमंत्री भी पीएम मोदी के साथ कार्यक्रम में उपस्थित रहे | रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि डिफेंस एक्सपो 2022 में रक्षा क्षेत्र में देश की बढ़ती ताकत का प्रदर्शन किया जाएगा साथ ही उन्होंने बताया कि यह मेक इन इंडिया, मेक फॉर द वर्ल्ड के लक्ष्य को हासिल करने के लिए उठाए गए महत्वपूर्ण कदमों की दिशा में उल्लेखनीय प्रयास है |
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा है कि नया भारत रक्षा क्षेत्र में अभिप्राय, नवाचार और कार्यान्वयन के मंत्र के साथ आगे बढ रहा है। आज गुजरात के गांधीनगर में रक्षा प्रदर्शनी-2022 का उद्घाटन करते हुए श्री मोदी ने कहा कि आठ वर्ष पहले भारत को विश्व का सबसे बडा रक्षा उपकरण आयातक देश के रूप में जाना जाता था, लेकिन नये भारत ने अभिप्राय और इच्छाशक्ति दिखाई तथा मेक इन इंडिया आज रक्षा क्षेत्र में सफलता की कहानी बन रहा है। उन्होंने कहा कि भारत का रक्षा निर्यात पिछले पांच वर्षों में आठ गुना बढ गया है। पीएम मोदी ने कहा कि भारत विश्व के 75 से अधिक देशों में रक्षा सामग्री और उपकरण का निर्यात कर रहा है। उन्होंने कहा कि वर्ष 2021-22 में भारत का रक्षा निर्यात एक दशमलव पांच नौ अरब डॉलर तक पहुंच गया। पीएम मोदी ने कहा कि भविष्य में भारत ने यह निर्यात पांच अरब डॉलर तक पहुंचाने का लक्ष्य तय किया है। प्रधानमंत्री ने भारत पेवेलियन में हिन्दुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड द्वारा विकसित स्वदेशी प्रशिक्षण विमान-एचटीटी-40 का उद्घाटन किया। इस दौरान उन्होंने मिशन डेफ स्पेस का शुभारंभ किया और गुजरात में दीसा हवाई पट्टी की आधारशिला रखी।
पीएम मोदी ने कहा कि रक्षा प्रदर्शनी 2022 में नये भारत और उसकी क्षमताओं को दिखाया गया है और इसे अमृत काल के समय में लागू किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि यह देश के विकास और राज्यों के सहयोग का संगम है। प्रधानमंत्री ने कहा कि इस रक्षा प्रदर्शनी में ताकत और युवाओं के सपने हैं। उन्होंने कहा कि यह मित्र देशों के लिए अवसरों की उम्मीद है।
रक्षा प्रदर्शनी के इस संस्करण की विशेषताओं का उल्लेख करते हुए पीएम ने कहा कि यह ऐसी पहली रक्षा प्रदर्शनी है, जहां केवल भारतीय कंपनियां ही भाग ले रही हैं और इसमें केवल मेक इन इंडिया के उपकरण प्रदर्शित किये गये हैं। उन्होंने कहा कि लौह पुरूष सरदार पटेल की इस भूमि से हम विश्व के समक्ष भारत की क्षमताओं का उदाहरण प्रस्तुत कर रहे हैं। पीएम मोदी ने कहा कि यह प्रदर्शनी एक ही मंच पर भारत की क्षमताओं और संभावनाओं को प्रदर्शित करती है। उन्होंने कहा कि चार सौ से अधिक सहमति पत्रों पर पहली बार हस्ताक्षर किये जा रहे हैं।