पंजाब में बड़ा घोटाला सामने आया है. यहां ‘आटा-दाल’ स्कीम में करोड़ों के घोटाले का मामला सामने आया है. पंजाब विजिलेंस ने कार्रवाई करते हुए पंजाब राज्य सिविल सप्लाई कारपोरेशन लिमिटेड (पनसप) के जनरल मैनेजर नवीन कुमार गर्ग के विरुद्ध FIR दर्ज की है.
चंडीगढ़: पंजाब विजिलेंस ब्यूरो (वीबी) ने राज्य में भ्रष्टाचार के विरुद्ध चलाई जा रही मुहिम के अंतर्गत आटा-दाल स्कीम में 5 करोड़ रुपये के घोटाले का पर्दाफाश किया है. इस कथित घोटाले में वीबी ने पंजाब राज्य सिविल सप्लाई कारपोरेशन लिमिटेड (Punsup) के जनरल मैनेजर नवीन कुमार गर्ग के विरुद्ध एफआईआर दर्ज की है.
विजिलेंस ब्यूरो के प्रवक्ता ने बताया कि इस घपले के बारे में ब्यूरो ने जांच के दौरान पाया कि साल 2015-16 में ‘आटा दाल स्कीम’ के अधीन आटा-दाल के वितरण के दौरान नवीन कुमार ने सरकारी खजाने को सीधा-सीधा 5 करोड़ रुपये से ज्यादा का नुकसान पहुंचाया है. उसने इस स्कीम के अंतर्गत यूको बैंक के खाते में 43,74,98,681 रुपये जमा करवाने की बजाय सिर्फ़ 38,38,88,711 रुपये ही जमा करवाए. इस तरह आरोपी ने पनसप के अन्य कर्मचारियों के साथ सांठगांठ करके 536,09,970 रुपये का गबन किया है.
विजिलेंस ब्यूरो के प्रवक्ता ने बताया कि दोषी नवीन कुमार ने पनसप में अपने कार्यकाल के दौरान पंजाब के निर्धारित सेवा नियमों को अनदेखा करते हुए विभाग के अलग-अलग कर्मचारियों की चार्जशीट रफा-दफा की. जिससे राज्य सरकार को 64,64,36,854 रुपये का नुकसान हुआ. उन्होंने बताया कि पड़ताल के दौरान यह बात भी सामने आई है कि नवीन कुमार के पास पनसप के मैनेजर के तौर पर चुने जाने के लिए अपेक्षित योग्यता और तजुर्बा भी नहीं था, परंतु फिर भी वह मैनेजर के तौर पर चुने जाने में सफल रहा जबकि बाकी उम्मीदवारों को अयोग्य करार दे दिया गया.
इस संबंध में विजिलेंस ब्यूरो की तरफ से विजिलेंस ब्यूरो थाना एसएएस नगर में आईपीसी की धारा 409, 420, 465, 468, 471 और भ्रष्टाचार रोकथाम कानून की धारा 13(1) (ए) और 13(2) के अंतर्गत केस दर्ज किया है. उन्होंने बताया कि इस मामले की आगे जांच जारी है और उक्त आरोपी को गिरफ्तार करने के लिए टीमें भेज दी गई हैं.