भाजपा ने लोकसभा चुनाव 2024 के लिए रणनीति तैयार करने भी शुरू कर दी है. इसी कड़ी में भाजपा ने अपनी राज्य कार्यकारिणी की घोषणा कर दी है. विशेष आमंत्रित सदस्यों में कांग्रेस छोड़कर भाजपा में आए पूर्व सीएम कैप्टन अमरिंदर सिंह और पूर्व पंजाब कांग्रेस अध्यक्ष सुनील जाखड़ भी शामिल हैं.पंजाब में जालंधर लोकसभा उपचुनाव के बाद भाजपा ने जहां एक बार फिर से शिरोमणि अकाली दल के साथ दोबारा गठबंधन की संभावना से इनकार कर दिया है, वहीं लोकसभा चुनाव 2024 के लिए रणनीति तैयार करने भी शुरू कर दी है. इसी कड़ी में भाजपा ने अपनी राज्य कार्यकारिणी की घोषणा कर दी है. कार्यकारिणी में 169 एग्जीक्यूटिव मेंबर और 23 स्थायी आमंत्रित सदस्य बनाए गए हैं. विशेष आमंत्रित सदस्यों में कांग्रेस छोड़कर भाजपा में आए पूर्व सीएम कैप्टन अमरिंदर सिंह और पूर्व पंजाब कांग्रेस अध्यक्ष सुनील जाखड़ भी शामिल हैं.स्थायी आमंत्रित सदस्यों में तरुण चुघ, कैप्टन अमरिंदर सिंह, इकबाल सिंह लालपुरा, सोम प्रकाश, सनी देओल, सुनील जाखड़, अविनाश राय खन्ना, मनोरंजन कालिया, श्वेत मलिक, भगत चुन्नी लाल, जंगी लाल महाजन, लक्ष्मीकांत चावला, तीक्ष्ण सूद, स. मनप्रीत सिंह बादल, प्रो राजिंदर भंडारी, एस. हरजीत सिंह ग्रेवाल, राणा गुरमीत सिंह सोढ़ी, अमनजोत कौर रामूवालिया, जयवीर सिंह शेरगिल, एस. सरबजीत सिंह विर्क, एस. राजिंदर मोहन सिंह चिन्ना, एस. जसविंदर सिंह ढिल्लों औक चरणजीत सिंह अटवाल शामिल हैं.गौरतलब हैं कि जालंधर लोकसभा क्षेत्र के नतीजों में आप का वोट शेयर 34.1 प्रतिशत है. इसके बाद कांग्रेस पार्टी का 27.4, शिअद-बसपा का 17.9 और भाजपा का 15.2 प्रतिशत है. राजनीतिक पंडितों का कहना है कि नतीजों के मुताबिक भाजपा और शिअद को दोबारा से गठबंधन करना चाहिए जबकि भाजपा ने गठबंधन की बात को सिरे से खारिज कर दिया है और अकेले ही लोकसभा चुनाव लड़ने का ऐलान किया है.